पटना, 25 जून (हि.स.) । बिहार में कोरोना संकट के बीच गुरुवार को वज्रपात ने जबरदस्त कहर बरपाया । एक दिन में अब तक वज्रपात से 83 लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में कहीं पर कई एक ही परिवार के लोग तो कहीं पर मासूम बच्चे शामिल हैं । गोपालगंज में वज्रपात से सबसे अधिक 13 लोगों की मौत हुई है। चार लोग गंभीर रुप से झुलस गए हैं जिनका इलाज गोपालगंज के सदर अस्पताल में चल रहा है। बता दें कि मौसम विज्ञान विभाग ने उत्तर बिहार में तेज हवा के साथ भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था। राज्य की जदयू-भाजपा सरकार ने मृतकों के परिजनों को चार लाख के मुआवजा का ऐलान किया है।
आपदा
प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य के 23 जिलों में वज्रपात
से 83 लोगों की मौत हो गई है। विभाग के मुताबिक गोपालगंज में 13, मधुबनी
में आठ, नवादा में आठ, सिवान में छह, भागलपुर में छह, दरभंगा में पांच,
बांका में पांच, पूर्वी चम्पारण में पांच, औरंगाबाद में तीन, खगड़िया में
तीन, पश्चिमी चम्पारण में दो, सम्सतीपुर में एक, शिवहर में एक, किशनगंज में
दो, सारण में एक, जहानाबाद में दो, सीतामढ़ी में एक, जमुई में दो,
पूर्णियां में दो, सुपौल में दो, औरंगाबाद में तीन, बक्सर में दो, मधेपुरा
में एक और कैमूर में दो लोगों की मौत हो गई।
-सरकार ने चार लाख के मुआवजा का किया ऐलान
-गोपालगंज में सबसे अधिक 13 की मौत
-मौसम विभाग ने पहले ही जारी कर दिया था अलर्ट
आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक सीवान में भी बारिश हो रही है। इस दौरान हुए वज्रपात में छह लोगों की मौत हो चुकी है। राशिदचक,सुरवलिया और कुतुब छपरा में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। बताया जा रहा है कि सभी अपने काम से बाहर निकले थे कि इसी दौरान वज्रपात हो गया और छह लोगों की मौत हो गयी । मधुबनी में एक दंपत्ति समेत आठ लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में तीन एक ही परिवार के लोग शामिल हैं। बाकी मरने वालों में सभी खेत में काम करने वाले किसान थे, जो जल्द से जल्द धान की रोपनी करना चाहते थे।
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