नई
दिल्ली,24 जून (हि.स.)। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष नरिंदर ध्रुव
बत्रा ने कहा है कि खेल गतिविधियों को फिर से शुरू करने के लिए आईओए
सदस्यों द्वारा फीडबैक न दिये जाने से वह निराश हैं।
इस
साल मई में, आईओए जल्द से जल्द खेल गतिविधियों को फिर से शुरू करने के लिए
एक 'श्वेत पत्र' योजना लेकर आया था। नरेंद्र बत्रा द्वारा "भारत में खेल
को फिर से शुरू करने" का श्वेत पत्र तैयार किया गया था और इसका उद्देश्य
सभी हितधारकों से सुरक्षित रूप से खेल शुरू करने के लिए उनकी प्रतिक्रिया
के लिए पूछना था। हालांकि, अब बत्रा ने कहा है कि राष्ट्रीय खेल संघों सहित
आईओए के सदस्यों ने इसमें अधिक योगदान नहीं दिया है।
उन्होंने
कहा, "मुझे इस बात की निराशा है कि भारतीय ओलंपिक संघ के अधिकांश सदस्य,
वे राष्ट्रीय खेल महासंघ या राज्य ओलंपिक समितियाँ हैं, जिन्होंने किसी भी
तरह से अपना फीडबैक नहीं दिया है। विशेष रूप से समकालीन और पूर्व एथलीटों
के साथ सर्वेक्षण साझा करके किसी ने कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी।”
उन्होंने
कहा कि वास्तव में, मैंने कई एथलीटों से बात की, जिनके संबंधित राष्ट्रीय
खेल संघों ने उनके साथ सर्वेक्षण को बिल्कुल भी साझा नहीं किया।
बत्रा ने आगे कहा कि यह सर्वेक्षण ओलंपिक खेलों के लिए सभी हितधारकों के लिए निर्णय लेने की प्रक्रिया में योगदान करने का एक सही अवसर था।
बत्रा ने आगे कहा कि यह सर्वेक्षण ओलंपिक खेलों के लिए सभी हितधारकों के लिए निर्णय लेने की प्रक्रिया में योगदान करने का एक सही अवसर था।
बत्रा
ने कहा, "यह सर्वेक्षण देश में ओलंपिक खेलों के प्रमुख हितधारकों के लिए
सरकारी अधिकारियों द्वारा निर्णय लेने की प्रक्रिया में योगदान करने का एक
अवसर था।"
उल्लेखनीय
है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण लगाए गए लॉकडाउन दो के बाद नरेंद्र
बत्रा ने राष्ट्रीय खेल महासंघों (एनएसएफ) से खेल गतिविधियों को दोबारा
शुरू करने को लेकर समर्थन और उनका फीडबैक मांगा था। बत्रा ने एनएसएफ को
लिखे पत्र में कहा था कि वह ओलंपिक सहित अन्य अहम टूर्नामेंट की तैयारियों
को लेकर देश में खेल गतिविधियों को शुरू करने पर सभी का विचार और समर्थन
चाहते हैं।
एजेंसी
No comments:
Post a Comment