अलीगढ़, 25 जून (हि.स.)। अलीगढ़
जनपद के थाना पालीमुकिमपुर पुलिस ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका
विद्यालय बिजौली में अनामिका शुक्ला के शैक्षिक अभिलेख से फर्जी तरीके से
नौकरी करने वाली बबली यादव के बहनोई बल्लू यादव को बुलंदशहर सीमा के पास से
पकड़ने का दावा किया है। पुलिस के अनुसार इसके पास से मोबाइल, पेन कार्ड,
आधार कार्ड, शैक्षिक प्रमाण पत्र की कॉपी व नगदी मिली है। जबकि बबली को
पुलिस पहले जेल भेज चुकी है। वहीं, पूछताछ के दौरान बल्लू ने कस्तूरबा
गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में नौकरी दिलवाने के नाम पर हर महिला से
तीन-तीन लाख रुपये वसूलने की बात कबूल की है।
पुलिस
प्रवक्ता ने बताया कि कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय ( बिजौली ) थाना
पालीमुकीमपुर में अनामिका शुक्ला नाम से फर्जी शैक्षिक दस्तावेजों के आधार
पर बबली यादव पत्नी हरिओम यादव निवासी गांव चन्दनपुर्वा थाना रसूलाबाद जनपद
कानपुर देहात के मामले में शिक्षा विभाग ने मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें
फरार आरोपी बल्लू यादव उर्फ जनार्दन सिंह पुत्र बाबूराम निवासी सैढ़पुर थाना
किशनी जिला मैनपुरी को बुलन्दशहर बार्डर से पुलिस ने गिरफ्तार करने का
दावा किया है।
आरोपी
ने पुलिस पूछताछ में बताया कि मेरी मुलाकात पुष्पेन्द्र से दिसम्बर 2018
में मैनपुरी में हुई थी। जहां पुष्पेन्द्र के साथ राजबेटी भी थी। इन्होने
मुझे बताया कि हम लोग महिलाओं की नौकरी कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में
लगवाते हैं और इसके एवज में तीन लाख रूपये लेते हैं। जिसमें कुछ रूपये नगद
लेते हैं व कुछ उनके वेतन से नगद लेते हैं। कहा कि तुम्हारी पत्नी को हम
नौकरी दिलवा देगें। इस पर मुझे अपने साथ शामिल कर लिया और मेरी पत्नी का
नाम रचिता यादव के प्रीती यादव पुत्री लाल बहादुर यादव के नाम के कूटरचित
फर्जी दस्तावेज तैयार कर जनपद आजमगढ़ के बबई ब्लाक में कस्तूरबा गांंधी
विद्यालय में जनवरी 2019 में नौकरी दिलवा दी।
आधार
कार्ड प्रीती यादव पत्नी जनार्दन सिंह ग्राम सैफपुर, मैनपुरी के नाम से
बनवा दिया था। रचिता यादव की काउसलिंग प्रीती यादव के नाम से आजमगढ़ में
उसने, पुष्पेन्द्र व राजबेटी ने करवायी थी। 09 जून 2020 को मेरी पत्नी को
कस्तूरबा गांधी विद्यालय, बबई गई थी। उसको स्कूल वालों ने बुलवाया था। फिर
मेरी पत्नी वहां से अपना सारा सामान लेकर चन्दनपुर्वा में आ गई। इसी दौरान
पता चला है कि प्रीती यादव के नाम से जोनपुर में भी एक लड़की भर्ती हुई है।
प्रत्येक महीने मेरी पत्नी रचिता यादव अपने सैलरी अकाउन्ट से पुष्पेन्द्र
जाटव उर्फ सुशील उर्फ गुरूजी व राजबेटी को 15,000 हजार रुपये देती थी। हमसे
नगद रूपये नहीं लिये थे। मैंने अपनी ससुराल चन्दनपुर्वा की बबली यादव
पत्नी हरिओम यादव निवासी ग्राम चन्दनपुर्वा थाना रसूलाबाद जनपद कानपुर
देहात को पुष्पेन्द्र व राजबेटी से मिलवाया था और बबली को अनामिका नाम से
कस्तूरबा गांधी बालिका
विद्यालय, बिजौली, अलीगढ़ में और अपनी चचेरी साली सरिता यादव को भी अनामिका
नाम से फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से प्रयागराज में कस्तूरबा गांधी सौराव
ब्लॉक में लगवाया था।
मैंने
बबली व सरिता को केवल पुष्पेन्द्र जाटव व राजबेटी से मिलवाया था। जिसके
एवज में मुझे कुछ रूपये मिले थे। मुझे इतना पता है कि पुष्पेन्द्र के
जोनपुर, अलीगढ़, इलाहबाद, गोण्डा और कई जिलों में कई जान पहचान के लोग हैं।
पुष्पेन्द्र यही बात बताता था। मेरी पत्नी रचिता से राजवेटी व पुष्पेन्द्र
हमेशा फोन से बात करते रहे हैं। पकड़े गए आरोपी के पास से एक मोबाइल फोन की
पैड वाला, एक पैन कार्ड, दो आधार कार्ड, 6 शैक्षिक प्रपत्र छायाप्रतियां
रचिता यादव व 11 शैक्षिक प्रमाण पत्र छायाप्रतियां प्रीती के नाम की और 500
रुपये नगद मिले है। इसके खिलाफ कार्यवाही कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तार
करने वाली टीम में एसओ हरिभान सिंह राठौर, एसआई सहवीर सिंह, हेड कॉन्स्टेबल
मुरारीलाल, कॉन्स्टेबल नरेन्द्र, रामनिवास, विपिन कुमार शामिल रहे।
एजेंसी
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