बाबा ठगदेव ने कहा कि एक एक चम्मच तेल नाक में दोनों तरफ डाल देने से कोरोना नीचे उतरते उतरते शरीर से बाहर आ जाएगा।
हैन्चो , जब कोरोना को शरीर से निकालना इतना आसान है तो दवा "कोरोनील" किस लिए ?
दरअसल ये चंडाल चौकड़ी क्या बोलते हैं इनको खुद नहीं पता , पहली बात तो यह कि नाक में एक एक चम्मच तेल खुद ठग बाबा भी नहीं डाल सकता। दूसरी बात यह कि कोरोना सिर्फ नाक में नहीं होता , और होता भी तो वह ठगबाबा के अनुसार नाक में फँसा हुआ कोरोना तेल की चिकनाई पाकर भोजन की नली से उतरते हुए सीधे मलद्वार नहीं जाएगा। पाचन की तमाम नलियों से गुज़रता हुआ पेनक्रियाज़ में पहुँचेगा।
और तब तक वह शरीर के अंदरूनी हिस्सों को संक्रमित कर देगा और जहाँ से निकलने का ठगबाबा कह रहा है वह मरीज की फट कर फ्लावर हो जाएगी।
हैरानी की बात यह है कि ठगबाबा के प्रचार के तले बंधक बने "आजतक" जैसा चैनल बाबा की यह भकखोदी लाईव प्रसारित कर रहा था।
महामामारी अधिनियम 1897 (Epidemic Disease. Act, 1897) के अंतर्गत , महामारी को लेकर लोगों में भ्रम फैलाना , झूठा प्रोपगंडा करना दंडनीय अपराध है।
बाबा ठगदेव और आजतक पर इस झूठ को फैलाने के लिए मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
फेसबुक पर लिखा गया मो जाहिद का पोस्ट जो कि वायरल है।
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