पिछले 24 घंटे में स्वस्थ हुए 23,600 से ज्यादा लोग
सक्रिय मामलों की तुलना में स्वस्थ होने वालों की संख्या 3 लाख से भी ज्यादा
प्रति मिलियन जांच (टीपीएम) 10,000 के करीब पहुंचीं
केन्द्र और राज्य सरकारों के ज्यादा परीक्षण और समयबद्ध निदान जैसे सक्रिय उपायों से जल्द से जल्द मामले पता लगाने में सहायता मिली है। स्टैंडर्ड ऑफ केयर प्रोटोकॉल के बेहतर क्रियान्वयन के माध्यम से मध्यम और गंभीर मामलों के प्रभावी नैदानिकी प्रबंधन से कोविड मरीजों के स्वस्थ होने की ऊंची दर सुनिश्चित हुई है।
पिछले 24 घंटों के दौरान स्वस्थ होने वाले कोविड मरीजों की संख्या बढ़कर 23,672हो गई। इस प्रकार स्वस्थ होने वाले मरीजों और कोविड-19 के सक्रिय मामलों के बीच अंतर बढ़कर 3,04,043 हो गई। अभी तक कुल 6,77,422 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। इस प्रकार, स्वस्थ होने की दर 62.86 प्रतिशत हो गई है।
सभी 3,73,379 सक्रिय मरीजों को अस्पतालों में और होम आइसोलेशन में चिकित्सा उपलब्ध कराई जा रही है।
देश में परीक्षण सुविधाओं में खासी बढ़ोतरी की गई है। आईसीएमआर द्वारा सुझाई गई परीक्षण रणनीति के तहत अब सभी पंजीकृत चिकित्सा विशेषज्ञ जांच की सिफारिश कर सकते हैं। राज्यों/ केन्द्र शासित प्रदेशों द्वारा गोल्ड स्टैंडर्ड आरटी-पीसीआर आधारित व्यापक परीक्षण के साथ रैपिड एंटीजन प्वाइंट ऑफ केयर (पीओसी) जांच के परिणाम स्वरूप नमूनों की जांच में खासी बढ़ोतरी हुई है। कुल 1,37,91,869 नमूनों के परीक्षण के साथ भारत में प्रति मिलियन (टीपीएम) परीक्षण का आंकड़ा 9,994.1 तक पहुंच गया।
नैदानिक प्रयोगशाला नेटववर्क की संख्या बढ़कर 1,262 प्रयोगशालाओं तक पहुंच गई, जिनमें 889 प्रयोगशालाएं सरकारी और 373 निजी क्षेत्र की हैं। इनमें शामिल हैं :
• रियल टाइम आरटी पीसीआर आधारित परीक्षण प्रयोगाशालाएं : 648 (सरकारी : 397 + निजी : 251)
• ट्रूनैट आधारित परीक्षण प्रयोगाशालाएं : 510 (सरकारी : 455 + निजी : 55)
• सीबीएनएएटी आधारित परीक्षण प्रयोगशालाएं : 104 (सरकारी : 37 + निजी : 67)
No comments:
Post a Comment