देश भर में उर्वरकों का उत्पादन और उनका लाना-ले जाना आसानी से हुआ। वर्ष 2018-19 के दौरान 240 एलएमटी यूरिया उत्पादन की तुलना में वर्ष 2019-20 में 244.55 एलएमटी का उच्च यूरिया उत्पादन दर्ज किया गया। जबकि यूरिया की बिक्री/खपत पिछले वर्ष यानी 2018-19 के 320.20 एलएमटी की तुलना में वर्ष 2019-20 में 336.97 एलएमटी तक पहुंच गई है।
केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री डी वी सदानंद गौड़ा ने कहा है कि कोविड-19 महामारी फैलने के बावजूददेश में उर्वरकों का उत्पादन और उनका लाना- ले जाना सहज बना हुआ है। इस वर्ष भी देश में उर्वरकों की कमी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि अप्रैल से जून,2020 के दौरान कुल उर्वरक उत्पादन 101.15 एलएमटी तक हो गया है जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 2.79% अधिक है। इसी अवधि के दौरान यूरिया का 60.38 एलएमटी उत्पादन हुआ जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 8.40% अधिक है।
वर्ष 2018-19 की तुलना में वर्ष 2019-20 के दौरान विभिन्न उर्वरकों की बिक्री/खपत में काफी वृद्धि हुई है।
यूरिया में 5.29% की वृद्धि
डीएपी में 15.67% की वृद्धि
एमओपी में 3.45% की वृद्धि
एनपीकेएस में 9.95% की वृद्धि
वर्ष 2018-19और 2019-20के दौरान डीबीटी की बिक्री को दर्शाने वाला एक तुलनात्मक विवरण ग्राफ में दिखाया गया है।
खरीफ 2019 की तुलना में खरीफ 2020 के दौरान विभिन्न उर्वरकों की बिक्री/खपत में काफी वृद्धि हुई है।
यूरिया में 63.07% की वृद्धि
डीएपी में 108.72% की वृद्धि
एमओपी में 62.78% की वृद्धि
एनपीकेएस में 124.71% की वृद्धि
खरीफ 2020(25.05.2020) और खरीफ 2019 (25.05.2019)के लिए डीबीटी की बिक्री को दर्शाने वाला एक तुलनात्मक विवरण ग्राफ में दिखाया गया है।
रबी 2018-19 की तुलना में रबी 2019-20 के दौरान विभिन्न उर्वरकों की बिक्री/खपत में काफी वृद्धि हुई है।
यूरिया में 10.64% की वृद्धि
डीएपी में 31.65% की वृद्धि
ओमओपी में 25.41% की वृद्धि
एनपीकेएस में 28.81% की वृद्धि
रबी 2018-19 और रबी 2019-20के लिए डीबीटी की बिक्री दिखाने वाला एक तुलनात्मक विवरण ग्राफ में दिया गया है।
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