उन्होंने कहा, ‘‘कोई भी हैरान करने वाली बात हो सकती है और यह दोनों शीर्ष नेताओं के फैसले पर निर्भर करता है।’’
किम यो जोंग ने कहा कि अगर शिखर वार्ता की जरूरत होती है तो यह अमेरिका की जरूरत है जबकि उत्तर कोरिया के लिए यह ‘‘अव्यावहारिक है और इससे हमें कोई फायदा नहीं है।’’
किम यो जोंग अपने भाई की विश्वासपात्र है और हाल फिलहाल में वह उत्तर कोरिया के मामलों में काफी सक्रिय रही हैं।
उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब कोरिया मामले के अमेरिका का शीर्ष अधिकारी एशिया में है। उप विदेश मंत्री स्टीफन बीगन सियोल में दक्षिण कोरियाई अधिकारियों से मुलाकात करने के बाद जापान गए हैं। सियोल में उन्होंने उत्तर कोरिया के एक वरिष्ठ परमाणु वार्ताकार पर पुरानी सोच पर अटके रहने का आरोप लगाया है।
उनकी टिप्पणियों से प्रतीत होता है कि उत्तर कोरिया के दबाव के बावजूद अमेरिका वार्ता बहाल करने के बदले में प्रतिबंधों में छ्रट देना नहीं चाहता।
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