भारत में कोविड-19 बीमारी से एक दिन में अब तक सबसे अधिक मरीजों के ठीक होने का रिकॉर्ड दर्ज
पिछले 24 घंटों में 57,381 रोगी ठीक हुए
भारत में एक दिन में अब तक सबसे अधिक 8.6 लाख कोविड नमूनों का परीक्षण किया गया
एक दिन में सबसे अधिक रोगियों के ठीक होने के मार्ग पर लगातार आगे बढ़ते हुए भारत ने एक दिन में कोविड-19 के मरीजों के ठीक होने का रिकॉर्ड दर्ज किया है। पिछले 24 घंटों के दौरान 57,381 मरीज ठीक हुए और उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।
इतने ऊंचे स्तर पर मरीजों की रिकवरी होने से भारत की रिकवरी दर 70 प्रतिशत से ज्यादा होने से अधिक से अधिक रोगियों का ठीक होना सुनिश्चित हो रहा है। इस उपलब्धि में और योगदान देते हुए 32 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में मरीज ठीक होने का प्रतिशत 50 प्रतिशत के स्तर से अधिक हो गया है। 12 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में राष्ट्रीय रिकवरी दर से भी अधिक रोगी ठीक हुए हैं।
अधिक मरीजों के ठीक होने और अस्पतालों तथा घरों में आइसोलेशन (बीमारी के हल्के और मध्यम मामलों में) से छुट्टी पाने के साथ अब तक ठीक होने वाले कुल रोगियों की संख्या आज 18 लाख से अधिक होकर 18,08,936 तक पहुंच गई है। सक्रिय कोविड-19 के मामलों और इस बीमारी से ठीक हुए मरीजों के बीच अंतर बढ़ा है और यह 11 लाख (आज 11,40,716 आंका गया) से अधिक हो गया है।
ऐसा केन्द्र और राज्य/केन्द्र शासित प्रदेशों की सरकारों के समन्वित प्रयासों का परिणाम है जिससे औसत दैनिक रिकवरी में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
देश में कोविड-19 बीमारी के कुल सक्रिय मामलों की संख्या अभी 6,68,220 है जो इस बीमारी के अब तक के कुल पॉजिटिव मामलों का केवल 26.45 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटों में इसमें और कमी दर्ज हुई है। ऐसे रोगियों को चिकित्सीय पर्यवेक्षण में रखा गया है।
अस्पतालों में बेहतर और प्रभावी नैदानिक उपचार पर ध्यान देने, होम आइसोलेशन में देखरेख, गैर-इनवेसिव ऑक्सीजन की मदद, एम्स नई दिल्ली के टैलीपरामर्श सत्रों के माध्यम से सक्रिय तकनीकी मार्गदर्शन द्वारा कोविड-19 के रोगियों का इलाज करने वाले डॉक्टरों के नैदानिक प्रबंधन कौशल के उन्नयन से सहज, निपुण रोगी प्रबंधन करने में योगदान मिला है। इसने भारत की मामला मृत्यु दर (सीएफआर) वैश्विक औसत से कम बनाए रखने में सहायता प्रदान की। यह औसत लगातार सकारात्मक रूप से कम हो रहा है और वर्तमान में यह 1.94 प्रतिशत है।
भारत में टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट यानी परीक्षण, निगरानी और उपचार की कार्यनीति की वजह से पिछले 24 घंटों में अब तक के सबसे अधिक 8,68,679 परीक्षण किए गए इससे संचयी परीक्षणों की संख्या 2.85 करोड़ से अधिक हो गई।
श्रेणीबद्ध परीक्षण और इससे मिलने वाली प्रतिक्रियाओं के परिणामस्वरूप अब एक परीक्षण रणनीति बन गई है जिससे देश में परीक्षण सुविधाओं में लगातार बढोतरी हो रह हैं। इस रणनीति को बनाए रखने के लिए देश में परीक्षण प्रयोगशाला नेटवर्क को लगातार मजबूत किया जा रहा है। आज देश भर में 1465 प्रयोगशालाएं कार्यरत हैं, इनमें सरकारी क्षेत्र की 968 और निजी क्षेत्र की 497 प्रयोगशालाएं हैं। इसमें निम्नलिखित शामिल हैं:
• वास्तविक समय आरटी पीसीआर आधारित परीक्षण प्रयोगशालाएं: 751 (सरकारी: 448 + निजी: 303)
• ट्रूनेट आधारित परीक्षण प्रयोगशाला: 597 (सरकारी: 486 + निजी: 111)
• सीबीएनएएटी आधारित परीक्षण प्रयोगशालाएं: 117 (सरकारी: 34 + निजी: 83)
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