बांग्लादेश की राजधानी ढाका से कोलकाता पहुंचने में केवल साढ़े तीन घंटे का वक्त लगेगा। इसके लिए पद्मा सेतु रेल संपर्क परियोजना का काम पूरा होने का इंतजार हो रहा है। इसके अलावा त्रिपुरा की राजधानी अगरतला से ढाका होते हुए कोलकाता जाने में केवल पांच से छह घंटे समय लगेगा। यह दावा किया है बांग्लादेश के रेल मंत्री मोहम्मद नूरुल इस्लाम सुजन ने।
"हिन्दुुस्थान
समाचार" से खास बातचीत में उन्होंने बताया कि बांग्लादेश में पश्चिमांचल
रेल लाइन ब्रॉड गेज है जबकि पूर्वांचल मीटर गेज है। अब सभी को ब्रॉडगेज में
तब्दील किया जा रहा है, जिससे भारत के साथ रेलवे के जरिए जनसंपर्क और अधिक
तेजी से बढ़ेगा।
पद्मा
नदी पर बन रहे रेलवे ब्रिज के फायदे के बारे में बताते हुए मंत्री ने कहा
कि अब भारत-बांग्लादेश के बीच की दूरी और कम होगी। अब तक ढाका से कोलकाता
के बीच रेल का सफर 400 किलोमीटर से अधिक का होता था। इसमें से 280 किलोमीटर
बांग्लादेश में और 129 किलोमीटर का सफर पश्चिम बंगाल में तय करना पड़ता था
लेकिन पद्मा रेल ब्रिज बन जाने के बाद ढाका कैंटोनमेंट स्टेशन से जैशोर
होते हुए कोलकाता जाने के लिए केवल 251 किलोमीटर का सफर तय करना होगा।
इसके लिए बांग्लादेश की सीमा में 172 किलोमीटर और उसके बाद बेनापोल से
कोलकाता तक मात्र 79 किलोमीटर का सफर होगा। इसमें केवल तीन घंटे का वक्त
लगेगा।
रेल
मंत्री सुजन ने बताया कि भारत बांग्लादेश के बीच जनसंपर्क को और अधिक
सुदृढ़ और सरल करने के लिए सभी मीटर गेज लाइन को ब्रॉडगेज में तब्दील किया
जा रहा है। त्रिपुरा से सटी बांग्लादेश सीमा पर 11 किलोमीटर डबल गेज रेल
लाइन का निर्माण हो रहा है। एशियन डेवलपमेंट बैंक सहित अन्य संस्थाओं से
इसके लिए ऋण भी मिल चुका है। उन्होंने बताया कि टेंगी से आगाउड़ा तक 97
किलोमीटर मीटर गेज लाइन है। इसे डबल गेज में तब्दील करने के बाद त्रिपुरा
के अगरतला स्टेशन तक मात्र 136 किलोमीटर और ढाका से कोलकाता तक 251
किलोमीटर रेल पथ पार करने में केवल पांच से छह घंटे का समय लगेगा। उन्होंने
बताया कि भारत बांग्लादेश के बीच रेलवे क्रॉस बॉर्डर हैं। इन सभी को चालू
किया जाएगा।
बांग्लादेश
के रेल मंत्री ने बताया कि भारत के साथ साथ म्यांमार, थाईलैंड मलेशिया तक
रेलमार्ग को विस्तृत करने का काम किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि
बांग्लादेश के बहुप्रतीक्षित पद्मा रेलवे ब्रिज के निर्माण के लिए 31 हजार
करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित हुई है। इसके अलावा ढाका से यशोर के बीच
पद्मा नदी के ऊपर से बन रहे ब्रिज के लिए 40 हजार करोड़ रुपये की धनराशि
आवंटित हुई है। मूल पद्मा सेतु पर काम पूरा हो चुका है। इसे 26 मार्च 2022
को यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। रेलवे ब्रिज का काम देर से शुरू होने की
वजह से 2024 तक पूरा हो सकता है।
No comments:
Post a Comment