उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने फर्जी अनुमोदन पत्र
तैयार करने के मामले में देवरिया बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में तैनात
रहे निलंबित वित्त एवं लेखाधिकारी को गिरफ्तार कर लिया है।
एसटीएफ ने रविवार को जारी एक बयान में बताया कि देवरिया जिले के बेसिक
शिक्षा कार्यालय में वर्ष 2010-11 की डिस्पैच पंजिका चोरी होने के आरोप में
19 जुलाई को देवरिया शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था।
आरोप है कि इस डिस्पैच पंजिका का इस्तेमाल करके फर्जी अनुमोदन पत्र और
दस्तावेज तैयार कर उनको डिस्पेंस पंजिका में चढ़ा कर फर्जीवाड़ा किया जाता
था। इस मामले में दफ्तर में तैनात वित्त एवं लेखाधिकारी जगदीश प्रसाद
श्रीवास्तव को आरोपी बनाया गया था।
बयान के अनुसार श्रीवास्तव को
शनिवार को गोरखपुर जिले में गिरफ्तार कर लिया गया। उसने पूछताछ में एसटीएफ
को बताया है कि चोरी की गई पंजिका का फर्जी नियुक्ति और अनुमोदन पत्र बनाने
के लिए क्रमांक डालने में दुरुपयोग किया जाता है और भविष्य में भी आशंका
है कि पंजिका में खाली जगहों एवं छोड़े गए क्रमांक में फर्जी तरीके से
अंकित कर किसी की नियुक्ति की जा सकती हैं।
बरामद पंजिका को देखने
से जाहिर हो रहा है कि कई जगह बीच में खाली स्थान छोड़ा गया है और क्रमांक
भी छोड़ दिया गया है जिससे इस पंजिका में कुछ भी पिछली तारीख में दिखाकर
अंकित किया जा सकता है।
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Sunday, 24 October 2021

निलंबित वित्त एवं लेखा अधिकारी गिरफ्तार
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