उत्तर मध्य रेलवे ने वर्ष 2019-20 के दौरान समपार फाटकों पर संरक्षा से जुड़े कई महत्वपूर्ण कार्य पूरे किये और अंतर्राष्ट्रीय समपार जागरूकता दिवस के अवसर पर वर्ष 2020-21 में भी इसी गति से कार्य करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराता है
उत्तर मध्य रेलवे के नेटवर्क में भारतीय रेल के समग्र नेटवर्क का केवल 5% हिस्सा है, इसके बावजूद यह भारतीय रेल के कुल यातायात के 10% का परिवहन तथा व्यस्ततम एवं अति महत्वपूर्ण दिल्ली-हावड़ा रूट के 58% तथा दिल्ली-चेन्नई रूट के 24% भाग पर गाड़ियों का कुशलतापूर्वक संचालन करती है जो इस रेलवे के महत्व एवं प्रतिबद्धता का परिचायक है। देश के उत्तरी भाग से पूर्वी, पश्चिमी तथा दक्षिणी भागों तक यात्री एवं माल के परिवहन में उत्तर मध्य रेलवे पर गाड़ी संचालन की गतिशीलता की मुख्य भूमिका रहती है। अति व्यवस्तम ट्रंक रूटों पर गाड़ियों के परिवहन से इन रूटों की क्षमता का लगभग 160% उपयोग किया जा रहा है, इसके बावजूद उत्तर मध्य रेलवे उन पर देश की सबसे तेज 160 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलने वाली गाड़ी 'गतिमान एक्सतप्रेस', भारतीय रेल की सबसे अधिक औसत गति वाली अर्थात 104 किलोमीटर प्रति घंटे' की औसत गति से चलने वाली वंदे भारत एक्स प्रेस गाड़ी सहित 100 से अधिक गाड़ियों का 130 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से संचालन करती है, जो अपने आप में एक कीर्तिमान है। कोविड -19 महामारी के वर्तमान कठिन समय में भी, उत्तर मध्य रेलवे ने गतिशीलता की अपनी पहचान को बनाए रखा है और उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज मण्डल ने दिनांक 10.06.2020 को सभी 65 ट्रेनों को सही समय पर चलाकर 100% पंचुअलिटीकी एक असाधारण उपलब्धि हासिल की है और पूरे उत्तर मध्य रेलवे द्वारा कुल 93 ट्रेनों में से 92 ट्रेनों को समयपालनता के साथ चलाकर 98.92% पंचुअलिटीका रिकॉर्ड आंकड़ा प्राप्त किया गया।
उत्तर मध्य रेलवे ने संपत्ति के रखरखाव और गाड़ियों के संचालन में संतुलित और समग्र दृष्टिकोण के फलस्वरूप ही जून, 2020 में 90% से अधिक की उत्कृष्ट समयपालनता को बनाए रखा है, जिसमें आगरा, झाँसी और प्रयागराज मण्डलों ने महत्वपूर्ण योगदान है जिनकी समयपालनता क्रमशः 96%, 93% और 87% है। ।
महाप्रबंधक उत्तर मध्य और उत्तर रेलवे श्री राजीव चौधरी ने इस सराहनीय प्रदर्शन के लिए मण्डल और मुख्यालय की टीमों को बधाई दी और इस उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये सामूहिक पुरस्कार भी स्वीकृत किया है।
प्रत्येक वर्ष 11 जून को अंतर्राष्ट्रीय समपारजागरूकता दिवस के रूप में मनाया जाता है,कोविड – 19 के दृष्टिगत इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय जागरूकता दिवस के अवसर पर उत्तर मध्य रेलवे के आगरा, झांसी एवं प्रयागराज मण्डलों में सीमित गतिविधियां चलाई गई यद्यपि लेवलक्रासिंगों पर संरक्षा रेलवे के सबसे प्रमुख उद्देश्योंमे से एक है और रेलवे क्रॉसिंग पर सड़क उपयोगकर्ताओंकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उत्तर मध्य रेलवे द्वारा कई महत्वपूर्ण कार्य पूरे किए गए हैं।
ब्रॉडगेजरेल नेटवर्क से मानव रहित लेवलक्रॉसिंग को पूरी तरह से हटाने के बाद, वर्ष 2019-20 में उत्तर मध्य रेलवे ने सड़क यातायात मार्ग के डायवर्सनके साथ-साथ 04 ऊपरी सड़क पुल और 60 आर.यू.बी(LHS) का निर्माणकर 91 मानव युक्तसमपार फाटकों को बंद किया है। पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान, अधिक ट्रैफ़िक वाले 20 लेवलक्रॉसिंगगेटों को इंटरलॉक किया गया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि फाटकों को बंद होने के बाद ही गाड़ियों के सिग्नलआ पाए , 153गेटों पर एकनालेज्मेंट बटन का भी प्रावधान किया गया है ताकी कार्यरत स्टेशन मास्टरगेट के बंद होने की पुष्टि कर सकें तथा 56 गेटोंपरदोहरे स्तर की सुरक्षा के रूप में स्लाइडिंगबूमलगये गये है ताकी प्राथमिक बूम टूटने की स्थिति में इन्हेप्रयोग में लाया जा सके।
वर्तमान वित्तीय वर्ष 2020-21 में, महाप्रबंधक श्री राजीव चौधरी के कुशल नेतृत्व में उत्तर मध्य रेलवे ने 20 ऊपरी सड़क पुल एवं70 आरयूबी (LHS) के निर्माण, 11 गेटों के इंटरलाकिंग औरबूमटुटने की अधिक घटना वाले 67 क्रिटिकललेवलक्रॉसिंग पर स्लाइडिंगबूमके प्रावधान का एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है।
उत्तर मध्य रेलवे आमजनता से यह आग्रह करता है कि लेवल क्रासिंग गेटों पर संरक्षा सुनिश्चित करने में रेलवे की मदद करें , बंद लेवल क्रासिंग गेटोंको नीचे से पार ना करें और ना ही गेट को खोलने के लिएगेटमैन पर दबाव डालें| ये न केवल खतरनाक हैं बल्कि रेलवे अधिनियम -1989 के तहत दंडनीय अपराध भी हैं|
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