देश के सबसे बड़े दुश्मन तो यह न्यूज़ चैनल वाले है कल से हल्ला मचाए हुए हैं कि चीन घबरा कर पीछे हट गया है चीन मोदी से डर गया है ओर लगातार इसी टाइप की अन्य हेडलाइन चलाई जा रही है जबकि सच्चाई यह है कि चीन ने उत्तरी लद्दाख में देपसांग से गलवान तक और सेंट्रल लद्दाख में पैंगोंग झील, चुशुल और दक्षिणी मोर्चे पर डेमचोक से लेकर चुमार तक में अपनी सेना की तैनाती में अचानक बड़ा इजाफा कर दिया है।15 जून से अब तक उसने सीमा पर अपने सैनिकों की तैनाती में 30 पर्सेंट का इजाफा कर दिया है।इसके अलावा चीन ने युद्धक हथियारों को भी बड़ी संख्या में तैनात किया गया है।
6 मई को शुरू हुए विवाद के 30 दिन बाद यानी 6 जून को जब मॉल्डो में ही भारत-चीन के बीच लेफ्टिनेंट जनरल लेवल की बातचीत हुई थी। तब भी ऐसी ही खबरे हमारा मीडिया दिखा रहा था कि चीन बातचीत से मान गया है और चीन पेट्रोल पॉइंट 14 से जवानों को पीछे हटाने पर राजी हो गया था। लेकिन 8 दिन ही बीते थे कि 14 जून को चीन ने अचानक अपने कैम्प दोबारा खड़े कर दिए।......उसके बाद इसी घटनाक्रम के चलते हमे 20 जवानो की शहादत देखना पड़ी थी
क्या हमारे मीडिया चैनल गारण्टी दे सकते है कि इस बार भी वही कहानी नही दोहराई जाएगी ?....हम जानते है कि यह काम मीडिया चैनल का नही है सेना का है इसलिए मीडिया मूर्खतापूर्ण दावे करने से बाज आए मीडिया को मोदी सरकार के प्रति भक्ति दिखाने के ओर भी मौके मिलेंगे !..... कृपा करके मीडिया राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे विषय को बख्श दे........
लेखक : गिरीश मालवीय
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