स्वरूपरानी अस्पताल प्रयागराज के वार्ड नंबर 10 में भरती कोरोना की मरीज की मृत्युं के उपरांत हृदय विदारक तस्वीरें निकाल कर आ रही है।
जो कि स्वरूपरानी हॉस्पिटल की नाकामी को उजागर करती है, जो सरकारी फंड स्वरूप रानी हॉस्पिटल को मिला है उसका इस्तेमाल नहीं हो रहा यह फोटो उं सबका जीता जागता उदाहरण है।
वैसे इस पूरे अस्पताल में जितने लोग कोरोणा से नहीं मर रहे है उससे कहीं ज्यादा इस बीमारी के हौवा को खड़ा करके दूसरी बीमारियों का इलाज ना करने से मर रहे है।
जैसे ही कोई व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव आता है, उसका सारा इलाज बंद करके कॉरॉना वार्ड में डाल दिया जाता है, जहां न उस बीमारी के डॉक्टर जाते है ना ही नर्स, और मरीज बेचारा को रोना के हौवे के कारण, इलाज ना मिलने के कारण दूसरी बीमारी से मर जाता है।
मानते है कि कोरोना की कोई दवाई नही आई है। पर क्या कोरोना से मरने पर लाश के साथ इस तरह का अमानवीय व्यवहार उचित है? और वार्ड में भर्ती मरीजों से ही सूचना आ रही है कि यहां भर्ती मरीजों के इलाज में घोर लापरवाही बरती जा रही है।ये जांच का विषय है।
लोगो से अपील है कि आप लोग हाई अलर्ट पर रहिये वरना ये जगह हमारी आप की भी हो सकती है। ईश्वर मृतक आत्मा को शांति प्रदान करे और परिवार को हिम्मतl
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