अखिलेश यादव ने ईदगाह, लखनऊ पहुंचकर मुस्लिम भाइयों को ईदुज्जुहा की बधाई दी - National Adda

Breaking

Home Top Ad

Post Top Ad

Saturday, 1 August 2020

अखिलेश यादव ने ईदगाह, लखनऊ पहुंचकर मुस्लिम भाइयों को ईदुज्जुहा की बधाई दी

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज ईदगाह, लखनऊ पहुंचकर मुस्लिम भाइयों को ईदुज्जुहा की बधाई दी। ईदगाह के तैयब हाल में उन्होंने मुस्लिम समाज के प्रतिनिधि मौलानाओं तथा अन्य प्रतिष्ठित लोगों से मुलाकात की। मौलाना खालिद रशीद फिरंगीमहली ने श्री अखिलेश यादव का इस्तकबाल किया। श्री अखिलेश यादव के साथ पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी भी थे।

     स्मरणीय है, फिरंगीमहल लखनऊ का वह ऐतिहासिक स्थल है जहां 1921 एवं 1926 ई. में महात्मा गांधी जी आकर ठहरे थे। अब्दुल मजीद फिरंगीमहली और मौलाना अब्दुल बारी फिरंगी महली दो शख्सियतें थीं जिन्होंने गांधी जी की मेहमान नवाजी की। स्थानीय ईदगाह 300 वर्ष से वजूद में है।
      इस मौके पर मौलाना खालिद रशीद फिरंगीमहली सहित मौलाना नईउर रहमान, एजाज अहमद, रशीद मिनाई, तारिक खान, मो0 यामीन खान, शराफत, सूफियान मौलाना, नईम अहमद, अदनान खान, सऊद रईस, सैफसलमान तथा रिजवान की मौजूदगी खास रही। 
      ईदगाह जाते हुए श्री अखिलेश यादव ने नाका हिण्डोला फ्लाई ओवर के अभी तक न बनने पर दुःख और क्षोम व्यक्त किया। लखनऊ में भाजपा सरकार का इकलौता यह फ्लाई ओवर हुसेनगंज चैराहे से नाका हिण्डोला होते हुए ईदगाह तक जाएगा। यह फ्लाई ओवर तीन वर्ष से बन रहा है किन्तु अभी तक अधूरा है, पता नहीं कब पूरा होगा? भाजपा सरकार ने सड़कों के गड्ढे भरने की जगह उनकी तादाद और बढ़ा दी है। जनता इससे परेशान है।
      श्री अखिलेश यादव ने उपस्थित लोगों से चर्चा करते हुए कहा कि कोरोना की महामारी से बचाव के लिए हमें सावधानी बरतनी चाहिए। मास्क लगाकर और आपस में दूरी बनाकर हमें अपनी सुरक्षा करनी होगी। उन्होंने कहा कि पुलिस और स्वास्थ्यकर्मियों ने कोरोना संकट में प्रशंसनीय कार्य किया है जबकि उनके स्वास्थ्य के लिए भी चुनौती कम नहीं हैं। डाॅक्टरों, विधायकों को कोरोना पीड़ित होने पर भी बेड नहीं मिल रहा है। क्या यही भाजपा सरकार की कोरोना से निपटने की तैयारी है?
      श्री यादव ने यह भी कहा कि साढ़े तीन वर्षों के कार्यकाल में भाजपा सरकार ने कोई काम नहीं किया। आपसी सद्भाव बिगड़ा है। विकास कार्य रूक गए हैं। प्रदेश में लाॅकडाउन के दौरान श्रमिकों का विस्थापन बड़े पैमाने पर हुआ है। लोगों की रोजी-रोटी छूटी है। बेकारी बढ़ी है। अर्थव्यवस्था नीचे चली गई है। स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हुई हैं। समाजवादी सरकार द्वारा लखनऊ में निर्मित कैंसर इंस्टीट्यूट को अभी शुरू नहीं किया गया।
      गोरखपुर में समाजवादी सरकार में 500 बेड का अस्पताल बना था। वह भी भाजपा सरकार चालू नहीं कर सकी। गोरखपुर में ही एम्स अस्पताल के लिए समाजवादी सरकार ने कीमती जमीन दी थी, उसके निर्माण में भी भाजपा सरकार की लापरवाही सामने आ चुकी है। इसके अलावा प्रदेश में मरीजों के लिए 108 एम्बूलेंस तथा महिला प्रसूताओं के लिए 102 एम्बूलेंस सेवाएं भी भाजपा राज में बर्बाद होकर रह गई हैं। प्रदेश में गम्भीर रोगों दिल, लीवर, कैंसर, किडनी के इलाज की समाजवादी सरकार में मुफ्त व्यवस्था की गई थी। एक रूपए के पर्चे पर सभी जांचे निःशुल्क थीं। समाजवादी सरकार ने जो जनहित की योजनाएं लागू की थी उन्हें बर्बाद कर दिया गया है।               
                                                                                      

No comments:

Post a Comment


Post Bottom Ad