घटना कीडगंज थाना की है बता दे कि विश्व हिंदू परिषद के महानगर अध्यक्ष माननीय इंजीनियर श्री अजय कुमार गुप्ता जी परिवार के साथ अपने निजी वाहन से कीडगंज से वापस अपने घर लौट रहे थे ।कीडगंज इंचार्ज अनुपम शर्मा ने कार रोकी और बहुत ही बत्तमीजी के साथ मास्क न लगाने का चालान काटने की बात की अजय जी ने उनको बताया कि वो अपने परिवार के साथ है और अपना परिचय दिया उसके बाद इंसपेक्टर की बत्तमीजी और बढ़ गयी बोले आपको थाने ले जाऊंगा तब समझ मे आएगा ।।
अजय गुप्ता जी की पत्नी ने भी समझाने का प्रयत्न किया पर इंस्पेक्टर उनको थाने ले गए।।
बता दे कि श्री अजय गुप्ता अपने सरल और मिलनसार स्वभाव के वजह से जाने जाते है और संगठन में भी उनका एक अलग व्यक्तित्व है।।
तुरंत ही संगठन के सैकड़ो कार्यकर्ता कीडगंज थाने पहुँच गए और इंस्पेक्टर से हिरासत में लेने का कारण पूछा तो इंस्पेक्टर ने अपनी गलती मानी और श्री अजय गुप्ता जी से माफी मांगी।।
वही भाजपा के महानगर अध्यक्ष श्री गणेश केशरवानी जी को भी तत्काल सूचना दी गयी और उनका आवास कीडगंज में होने के बावजूद वो थाने पर नही आये और न ही भाजपा का कोई नेता।।
बात यहाँ ये है कि पुलिस यहाँ आम जनता के लिए है ना कि अपनी वर्दी का गलत इस्तेमाल करने के लिए।।
जब इस तरह के सरल स्वभाव के इंसान के साथ पुलिस का यह बर्ताव है तो आम जनता के साथ क्या होगा।।
आये दिन मास्क के नाम पर जबरन पटरी दुकानदारों से 100 रुपये पुलिस लेती है और रसीद भी नही देती।।
हर एरिया में ऐसी शिकायत आ रही है लेकिन इस पर अंकुश लगाने वाला कोई नही विभाग में भी बड़े अधिकारी सिर्फ खाना पूर्ति करते है।।
इस सम्पूर्ण लॉक डाउन में जहां पुलिस का चेहरा एक कोरोना वारियर के रूप में सामने आया वही इस तरह की हरकतों से पुलिस विभाग की बत्तमीजी और भरष्ट तस्वीर सामने आती है।।
क्यों बड़े अधिकारी इस तरह के लोगो पर कार्यवाही नही करती।।
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