उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अयोध्या में रिवर टूरिज्म को भी बढ़ावा देने जा रही है। इसके तहत वहां सरयू नदी में जल्द ही क्रूज बोट संचालित होगी। इस क्रूज बोट पर पर्यटकों को रामलीला भी दर्शाया जाएगा और इसकी पहचान “रामायण कू्रज टूर” के नाम से होगी।
“रामायण
कू्रज टूर” के संचालन के सम्बन्ध में प्रदेश के पर्यटन मंत्री डा. नीलकंठ
तिवारी ने बुधवार को विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक कर योजना
को अतिशीघ्र कार्यान्वित करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान मेसर्स
नोर्डिक क्रूज लाइन्स द्वारा मंत्री के सम्मुख प्रस्तुतिकरण भी किया गया।
पर्यटन
मंत्री ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि सरयू नदी में रामायण क्रूज टूर
का संचालन नया घाट-गुप्तार घाट-नया घाट पर संचालित कराया जायेगा। उन्होंने
बताया कि क्रूज बोट पर श्री रामचरित मानस एवं रामकथा यात्रा को फिल्म
एनीमेशन के माध्यम से दर्शाया जायेगा। इसके अलावा अयोध्या के नया घाट पर
रामायण काल पर आधारित सेल्फी प्वांइट का भी निर्माण कराया जायेगा।
उन्होंने
बताया कि रामायण क्रूज टूर के दौरान यात्रियों व पर्यटकों को संध्या सरयू
आरती का अवलोकन से कराया जाएगा। साथ ही उन्हें सात्विक भोजन प्रसाद भी
उपलब्ध होगा।
मंत्री ने आगे बताया कि आज की बैठक के
दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि सिंचाई विभाग के माध्यम से सरयू नदी
पर ड्रैजिंग एवं वाटर लेवलिंग का अतिशीघ्र कराया जाए।
पर्यटन
मंत्री द्वारा अयोध्या के अलावा वाराणसी में क्रूज बोट के संचालन को
विस्तृत करने हेतु वाराणसी-चुनार-मार्केण्डेय महादेव में क्रूज संचालन के
लिये निर्देश प्रदान किये गये। उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा कि चुनार
किले को कैम्पिंग साइट के रूप में विकसित करके वहां समेकित विकास की पर्यटन
योजना बनाई जाए।
डा. तिवारी ने बताया कि
अयोध्या में आने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए उच्च स्तरीय गाइडों की
उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए उन्होंने पर्यटन प्रबन्ध संस्थान
द्वारा 100 लोकल गाइडों का प्रशिक्षण 01 से 10 नवम्बर तक कराये जाने के
निर्देश अधिकारियों को दिए। मंत्री का कहना है कि इससे अयोध्या धाम तीर्थ
परिक्षेत्र में रोजगार के अच्छे अवसर सृजित होंगे।
आज
की बैठक में प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम, सचिव व महानिदेशक पर्यटन
एनजी रवि कुमार, विशेष सचिव शिवपाल सिंह, संयुक्त निदेशक पर्यटन अविनाश
चन्द्र मिश्र एवं महानिदेशक नाॅर्डिक क्रूजलाइन प्रा0लि0 विकास मालविया
समेत अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
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