भारत से भेजी गई कोविड-19 टीके की 20 लाख खुराक ब्राजील सरकार को मिल गई
हैं, लेकिन विशेषज्ञों ने कहा है कि दक्षिण अमेरिका के इस सबसे बड़े देश के
लिए यह नाकाफी होंगी।
ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्रालय ने घोषणा की
कि ‘एस्ट्राजेनेका’ और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित टीके
शुक्रवार को साओ पाउलो पहुंच गए। इन्हें रियो डी जिनेरियो भेजा जाएगा, जहां
ब्राजील का सरकारी ‘फायक्राज इंस्टीट्यूट’ है।
फायक्राज द्वारा टीकों का उत्पादन और वितरण किया जाएगा।
ब्राजील के जन स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक भारत से आई टीके की 20 लाख
खुराक जरूरत के लिहाज से बहुत ही कम है। उन्होंने कहा कि 21 करोड़ की
आबादी वाले देश में पहले ये टीके प्राथमिकता समूहों के लोगों को लगाए
जाएंगे जिसके लिए अधिक खुराकों की आवश्यकता होगी, लेकिन एशिया से कच्चे माल
की खेप आने में विलंब हो रहा है।
साओ पाउलो विश्वविद्यालय में
प्रोफेसर मारियो शेफ़र ने कहा, ‘‘साओ पाउलो के सरकारी अनुसंधान संस्थान
बुटानटन और भारत से आई टीके की खुराक पर्याप्त नहीं है और इस बारे में कुछ
पता नहीं है कि ब्राजील के पास कब, या कितने टीके होंगे।’’
उन्होंने कहा कि यह कमी ‘‘सामूहिक प्रतिरक्षा तक पहुंचने की हमारी क्षमताओं को प्रभावित करेगी’’।
गौरतलब है कि भारत से ‘एस्ट्राजेनेका’ की खुराक लेकर आने वाली उड़ान पिछले
सप्ताह स्थगित हो गई थी और इससे संघीय सरकार की टीकाकरण की योजना पटरी से
उतर गई थी।
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