कृषि कानूनों को लेकर कांग्रेस पार्टी का हमला केंद्र पर लगातार जारी है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा बीते दिन किसानों के आंदोलन को समाप्त करने को लेकर सरकार के रुख पर सवाल खड़े करने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी मोदी सरकार को निशाने पर लिया है। उनका कहना है कि सरकार किसानों को बातों में उलझाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने मांग की कि किसानों को राहत पहुंचाते हुए तीनों कृषि कानूनों को सरकार वापस ले ।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार और किसानों के बीच बढ़ते वार्ता के दौर को लेकर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''सरकार की सत्याग्रही किसानों को इधर-उधर की बातों में उलझाने की हर कोशिश कर रही है, जो बेकार है। अन्नदाता सरकार के इरादों को समझता है। उनकी मांग साफ़ है कि कृषि-विरोधी क़ानून वापस लो, बस!'' उन्होंने सवाल किया कि आखिर जब समाधान निकालने की मंशा सरकार रखती है तब भी समाधान क्यों नहीं निकाल रहा?
इससे पहले भी राहुल ने किसान आंदोलन को लेकर सरकार को घेरा था। बीते सोमवार को राहुल गांधी ने अपने भाषण का एक पुराना वीडियो ट्विटर पर शेयर किया था। उन्होंने लिखा था, "अब भी वक्त है मोदी जी, पूंजीपतियों का साथ छोड़कर, अन्नादाताओं का साथ दीजिए।"
उल्लेखनीय है कि अपनी मांगों को लेकर हजारों किसान दिल्ली की सीमा पर पिछले करीब डेढ़ महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान संगठनों की मांग है कि तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया जाए और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी दी जाए। सरकार का कहना है कि ये कानून कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के कदम हैं और इनसे खेती से बिचौलियों की भूमिका खत्म होगी तथा किसान अपनी उपज देश में कहीं भी बेच सकेंगे। किसान संगठनों और सरकार के बीच कई दौर की बातचीत के बावजूद अब तक गतिरोध पूरी तरह खत्म नहीं हो पाया है।
No comments:
Post a Comment