झूठ बोलना कांग्रेस की संस्कृति का हिस्साः नड्डा - National Adda

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Wednesday, 3 March 2021

झूठ बोलना कांग्रेस की संस्कृति का हिस्साः नड्डा

 भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा ने आज कहा कि कांग्रेस की संस्कृति में झूठ बोलना कांग्रेसियों की आदत का हिस्सा है। वे मानते हैं कि वे झूठ बोलते रहेंगे और जनता उसे मानती रहेगी लेकिन अब वक्‍त बदल गया है, भाजपा सशक्त है। भाजपा कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी है कि वे प्रदेश की जनता को हर चीज से वाकिफ कराएं। 


भाजपा अध्यक्ष नड्‌डा ने मंगलवार को जयपुर के बिड़ला सभागार में प्रदेश कार्यसमिति बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि महिलाओं पर क्राइम में नंबर एक या दो पर राजस्थान पहुंच गया है। दलितों पर अत्याचार बढ़ गए हैं। महिलाओं पर अत्याचार बढ़ गए हैं। इस सरकार की प्राथमिकता सुशासन देने की नहीं, बल्कि कुशासित राज्य देकर जाने की है। लोकसभा चुनाव के नतीजे बताते हैं कि गहलोत की सरकार से लोग मुक्ति पाना चाहते हैं। मुझे विश्वास है कि आप मेरी बात पर मनन करेंगे।

 


नड्‌डा ने कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा कि एकला चलो से काम नहीं चलेगा अब सबको साथ लेकर चलना होगा। संगठन को मजबूत बनाने पर जोर देते हुए नड्‌डा ने कहा कि भाजपा कैडर बेस है, इसे और मजबूत करना हमारी प्राथमिकता है। हमें बूथ, पन्ना प्रमुख और मंडल तीनों को मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि हर बूथ पर सक्रिय पन्ना प्रमुख बनाना है। यही हमारी असतली ताकत है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि बूथ वर्किंग के जरिये सूरत की सीट हमने (भाजपा) सबसे ज्यादा मतों के अंतर से जीती है। जनता भाजपा को चाहती है लेकिन उनकी चाहत को ईवीएम में डालना यह भाजपा का काम है। अटल जी के जन्मदिन तक हर बूथ पर सक्रिय पन्ना प्रमुख बना लेना है। आज मोदी जी की हवा है लेकिन उसे कैप्चर करने के लिए इस स्तर पर तैयारी जरूरी है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने काडर के महत्‍व को बताते हुए कहा कि कार्यकर्ता समस्या नहीं, बल्कि समाधान है। हमें पोस्टमैन नहीं बनना। हमें कार्यकर्ता बनना है। सूचना देने मात्र से काम नहीं  होगा बल्कि उसे उसे समाधान तक ले जाना है। उन्होंने कहा कि लीडर किसी के कहने से नहीं बनते, वे अपने एक्शन से बनते हैं। एक्शन में हमेशा यह ध्यान रखना है कि हम सबको साथ लेकर चलें, सबका ध्यान रखें। कई नेता अकेले बैठकों में आते हैं और चले जाते हैं। किसी और को जोड़ना ही नहीं चाहते। एकला चलो से काम नहीं चलेगा। सबको साथ लेकर चलने से ही स्वीकार्यता बनेगी। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कोरोना काल में केन्द्र सरकार के कामों की सराहना की।

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