एक करे श्रेष्ठ करें .. इंटरेस्ट पर काम करना क्यों जरूरी है
जब भी आप बहुत कुछ करने की कोशिश करेंगे आप निश्चित तौर पर भटकेगे एक करिए विशेष करिए सर्वश्रेष्ठ करिए!
ज्यादा तर युवा अपने कैरियर को आगे ना ले जाने के पीछे सबसे बड़ा यही कारण है कि वह हर खेल के मास्टर बनना चाहते हैं। यदि आप हर फील्ड की मास्टरी चाहते हैं तो आपके पास 24, 25 दिमाग भी होने चाहिए आप इतनी छोटी सी बात को की समझते कि हमारे पास दिमाग एक है। तो हम हजार चीज कैसे कर सकते हैं हजार चीज करने के लिए उतने ही दिमाग की जरूरत पड़ेगी। यदि युवा यह समझ जाए कि हम किसी विशेष चीज के लिए बने हैं और वह विशेष चीज ही हमें करनी है जिसके लिए हम बने हैं।
हजार चीजें सोचने करने का एक ही मतलब होता है। कि आप खुद को उलझा रहे हैं।अगर उलझा लेगे खुद को तो ध्यान रहे कभी उल्झी चीजे एक बार उलझ जाने के बाद जल्दी से सुलझती नहीं है ।जिंदगी अगर उलझ जाती है तो व्यक्ति उन्हीं चीजों में एक के ऊपर एक उलझता जाता है। किंतु उसे समाधान कभी नहीं मिलता। बाद में मजबूरी में किसी ऐसी चीज को करना पड़ता है जिससे वह हमेशा तुच्छ छोटी चीज समझता रहा है ।लेकिन आज कोई ऑप्शन ना होने की वजह से उसे वही चीज करना पड़ता है ना मन की सैलरी ना मन की कमाई काम ज्यादा सुकून कम।
ऐसी स्थिति इसीलिए उत्पन्न होती है फिर हम यही सोचते हैं की यदि हम समय पर इस बात को समझ जाते बात कुछ और होती इसलिए जिंदगी को आगे ले जाने के लिए फंदों में उलझने से अच्छा है। धीरे-धीरे ही सही सुलझ कर चला जाए इसका फायदा ये होगा कि जब हम फंसेगे ही नहीं तो रुकने का सवाल ही नहीं उठता।
युवा कभी भी अपने कैरियर में भटके गा नहीं उसे सफलता उसी दिन मिल जाएगी जिस दिन उसको अपना इंटरेस्ट समझ में आ जाएगा ।और वह अपने इंटरेस्ट पर काम करना शुरू कर देगा बिना इंटरेस्ट की चीजें हमारे लिए उसी प्रकार बेकार है। जिस प्रकार हमें बुखार के दर्द पर पेट दर्द की दवा दी जाती है। हमारे मतलब की नहीं है क्योंकि हमें बुखार हुआ है ।पेट का दर्द नहीं !इसीलिए हमें अपने कैरियर को आगे ले जाने के लिए सफल बनने के लिए उन चीजों से दूरी बना लेनी चाहिए ।जो हमारे इंटरेस्ट ऑफ एरिया में नही आती है।वह वेस्ट है ।
हमारे लिए वह चीजें हमें सोचनी ही नहीं चाहिए हमें केवल उस चीज पर फोकस करना चाहिए जिस चीज की हमें बीमारी है हमें बीमारी है बिजनेस करने की हम किसी के अंडर में काम नहीं करना चाहते तो ना करें। आपको चाय बनाना अच्छा लगता है चाय बेचिए आप दूसरों को खाना बनाने खिलाने में अच्छा लगता है तो आप कैटरिंग का बिजनेस करिए टिफिन सर्विस दीजिए सजने सवरने का शौक है, तो पार्लर खोल लीजिए इलेक्ट्रॉनिक में शौक है, तो इलेक्ट्रॉनिक का काम करिए कहने का मतलब है काम कोई छोटा बड़ा नहीं है यदि वह आपके इंटरेस्ट से जुड़ा है उससे बड़ी बात कुछ नहीं हो सकती।
अपना इंटरेस्ट ऑफ एरिया आपको खुद ढूंढना पड़ेगा जितना समय आप काम ढूंढने में लगा रहे हैं वही समय आप अपने इंटरेस्ट को पहचानने में लगा देंगे तो दुनिया आपकी तरफ देखेगी।
जिन लोगों ने आज तक इतिहास रचा है उन्होंने अपने कैरियर के साथ समझौता नहीं किए जिनको चाय का बिजनेस भी मन से अच्छा लगता है। तो वह चाय बेचकर अपने शौक को महत्व दिया और वो आज करोड़ों का बिजनेस के मालिक बन चुके हैं ।लेकिन यदि आपका किसी चीज में इंटरेस्ट ही नहीं है आप जबरदस्ती किसी काम को कर रहे हैं। तो कभी आप कभी एक लेवल के ऊपर नहीं बढ़ पाएंगे। इतना मैं आपको गारंटी के साथ बोल सकता हूं । इसलिए अपने कैरियर को बढ़ाने के लिए अपने इंटरेस्ट पर ध्यान दीजिये।
ध्यान दें :
इंटरेस्ट का मतलब किसी गैर जरूरी काम से नहीं है। यहां मैं उस इंटरेस्ट की बात कर रहा हूं जो आपको कैरियर को बढ़ने में मदद करें। मेरे कहने का यह मतलब नहीं कि आपका इंटरेस्ट यदि किसी ऐसी चीज में है जिसका कोई भविष्य ही नहीं है और आप उसे अपने इंटरेस्ट्स से जोड़ रहे हैं तो यह आप अपनी जिंदगी के साथ धोखा कर रहे हैं।। इस चीज का कोई मतलब नहीं
इंटरेस्ट को पहचानना किसी के दबाव में या किसी के प्रभाव में जीवन नहीं दिया जाता। अगर इतिहास रचना है तो अपनी आवाज सुननी चाहिए हम क्या कहते हैं हम क्या सोचते हैं हम क्या चाहते हैं। यह चीजें हमें इंपॉर्टेंट बनाती है। दूसरों से अलग बनाती है। एक कहावत आपने सुनी होगी कि कोयल अपनी भाषा बोलती है इसलिए आजाद रहती है तोता दूसरों की भाषा बोलता है इसलिए वह पिंजरे में रहता है।
तो आपको तय करना है कि आप कोयल बनना चाहते हैं इसी के अंदर में रहकर तोता बनना चाहते फैसला आपके हाथ में है।
बाकी एंजॉय लाइफ और ऑप्शन क्या है । हरि ॐ
धन्यवाद ,लेखन आशीष त्रिपाठी
रिपोर्ट अंजनी त्रिपाठी
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