चीन ने बीजिंग के तियान आन मेन चौक पर लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों पर
1989 की खूनी कार्रवाई पर कोई भी चर्चा अपने मुख्य भूभाग पर नहीं होने दी
और अब ऐसा ही कुछ वह हांगकांग में भी करने जा रहा है।
हांगकांग और
पास में स्थित मकाऊ में वर्षों से चार जून 1989 को हुई घटनाओं की याद में
कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जब चीन की जनमुक्ति सेना ने छात्रों की
अगुवाई में प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाई थी जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए
थे।
पिछले साल से पहले तक हजारों लोग हांगकांग के विक्टोरिया पार्क
में एकत्रित होकर पीड़ितों की याद में मोमबत्तियां जलाते और गाने गाते थे
लेकिन प्राधिकारियों ने कोरोना वायरस महामारी का हवाला देते हुए लगातार
दूसरे साल ऐसे किसी भी आयोजन के लिए इनकार कर दिया और शुक्रवार को इस घटना
की बरसी वाले दिन इसके एक आयोजक को गिरफ्तार कर लिया गया।
इस कार्यक्रम के लिए बनाए गए एक अस्थायी संग्रहालय को इस हफ्ते अचानक बंद कर दिया गया।
हांगकांग के सुरक्षा मंत्री ने पिछले हफ्ते निवासियों को अवैध रूप से एकत्रित होने के खिलाफ आगाह किया था।
हांगकांग में 2019 के सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद से चीन ने राष्ट्रीय
सुरक्षा कानून लागू किया है जिसके तहत प्रदर्शनकारियों पर कड़ी कार्रवाई
की जा सकती है। साथ ही प्राधिकारियों ने शहर के सभी मुखर और लोकतंत्र
समर्थक शख्सियतों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से ज्यादातर या तो जेल में
बंद हैं या शहर छोड़कर चले गए हैं।
इस साल पाबंदियों के बावजूद
हांगकांग में लोगों से शुक्रवार रात आठ बजे एक मोमबत्ती जलाने का आह्वान
किया गया है चाहे वे कहीं भी हो। सोशल मीडिया पर की जा रही ऑनलाइन अपीलों
में लोगों से शुक्रवार को काले कपड़े पहनने को भी कहा गया है।
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