प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को हताशा और निराशा का जखीरा बताते हुए समाजवादी पार्टी को प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी और अखिलेश यादव को निदेशक बताकर उनके ट्वीट पर तीखा पलटवार किया है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके अनाप-शनाप बयान उनकी बौखलाहट का द्योतक है।
उप
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें तत्काल जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख
के चुनाव में हार की सम्भावना तथा 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में
करारी हार मिलने की आशा से बौखलाए अखिलेश यादव इस वक्त बयान बहादुर की
भूमिका का निर्वाह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुद्दा विहीन विपक्ष संकट
काल में भी मौन रहने की स्थिति में नहीं है, यह उसके समाप्त हुए आत्मबल की
निशानी है।
केशव
प्रसाद मौर्य ने भारतीय जनता पार्टी को कार्यकर्ताओं की पार्टी बताते हुए
कहा कि भाजपा का कार्यकर्ता त्याग और तपस्या करके बनता है, ना कि स्वार्थ
और गुंडई से। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में माफिया राज समाप्त हो गया,
यह भी इनकी और इनके कार्यकर्ताओं की बौखलाहट का एक बहुत बड़ा कारण है।
सांसद
मीडिया प्रभारी पार्षद पवन श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि
मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य लखनऊ रवाना होने के पूर्व सर्किट हाउस परिसर
में कोविड-19 संक्रमण की वजह से जान गंवाने वालों के प्रति श्रद्धांजलि
एवं ईश्वर से उनके परिवार को दुःख सहने की क्षमता प्रदान करने की प्रार्थना
कर दो मिनट का मौन रखा। तत्पश्चात कार्यकर्ताओं से भेंट मुलाकात एवं जनता
से प्रार्थना पत्र लेकर सम्बंधित अधिकारी को समस्या के निराकरण हेतु कड़ाई
से आदेशित किया।
उक्त
अवसर पर फूलपुर सांसद श्रीमती केसरी देवी पटेल, एमएलसी सुरेंद्र चौधरी,
पूर्व विधायक दीपक पटेल, पूर्व विधायक गुरु प्रसाद मौर्य, महानगर अध्यक्ष
गणेश केसरवानी, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अवधेश गुप्ता, अरुण अग्रवाल, दिलीप
श्रीवास्तव, पार्षद आशीष गुप्ता, पार्षद मनोज कुशवाहा, पार्षद पवन
श्रीवास्तव, कुंज बिहारी मिश्रा, रवि केसरवानी, देवेश सिंह, रमेश पासी सहित
अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
No comments:
Post a Comment