दिल्ली मंडल के मृदुल अग्रवाल ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी)
के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा में अब तक सर्वाधिक अंक हासिल करते हुए इस
साल जेईई-एडवांस्ड में शीर्ष स्थान हासिल किया है। परीक्षा के नतीजे
शुक्रवार को घोषित किए गए।
अग्रवाल (17) को संयुक्त प्रवेश परीक्षा
(जेईई)- एडवांस्ड में 360 में से 348 अंक मिले। वह आईआईटी बंबई से
कम्प्यूटर विज्ञान में बीटेक करना चाहते हैं। राजस्थान के रहने वाले
अग्रवाल ने जेईई-मुख्य परीक्षा में भी 100 प्रतिशत अंक हासिल किए थे और 17
अन्य उम्मीदवारों के साथ पहले स्थान पर रहे थे।
दिल्ली मंडल की ही
काव्या चोपड़ा ने लड़कियों में जेईई-एडवांस्ड में शीर्ष स्थान हासिल किया
है। वह जेईई-मुख्य परीक्षा में पहला स्थान हासिल करने वाली पहली महिला बनी
थीं। उन्हें 360 में से 286 अंक मिले हैं और उनका कुल रैंक 98 है।
अधिकारियों ने बताया कि इस साल जेईई-एडवांस्ड में 41,862 उम्मीदवारों को सफलता मिली है जिनमें से 6,452 लड़कियां हैं।
इस
साल भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खड़गपुर ने परीक्षा करायी थी।
यह प्रतिष्ठित आईआईटी में दाखिले के लिए होने वाली परीक्षा है। देशभर के
इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले के लिए होने वाली जेईई-मेन्स परीक्षा को
जेईई-एडवांस्ड के लिए योग्यता परीक्षा माना जाता है। जेईई-एडवांस्ड के पेपर
एक और दो, दोनों में कुल 1,41,699 उम्मीदवारों ने परीक्षा दी थी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘परीक्षा के लिए 97 विदेशी उम्मीदवारों
ने पंजीकरण कराया था लेकिन उनमें से केवल 42 ने परीक्षा दी और सात
उम्मीदवारों को सफलता मिली।’’
छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए और अंकों में सुधार करने
का मौका देने के लिए इस साल जेईई-मेन परीक्षा चार बार करायी गयी। पहले चरण
की परीक्षा फरवरी में हुई और दूसरी मार्च में। अगले चरणों की परीक्षा
अप्रैल और मई में करायी जानी थी लेकिन कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के
कारण परीक्षा स्थगित कर दी गयी। तीसरे चरण की परीक्षा 20 से 25 जुलाई जबकि
चौथे चरण की परीक्षा 26 अगस्त से दो सितंबर तक करायी गई।
पहले से उपलब्ध नीति के अनुसार, चार सर्वश्रेष्ठ अंकों को ध्यान में रखते हुए उम्मीदवारों का रैंक जारी किया गया।
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