ये हैं भाजपा नेत्री दिव्या अवस्थी, जिन्हें स्थानीय स्तर पर लेडी डॉन के नाम से भी जाना जाता है. दिव्या आरएसएस के संगठन विश्व हिंदू परिषद की विभाग संयोजिका भी हैं,
इन्होंने ही अपने पति के साथ मिलकर पत्रकार शुभम मणि त्रिपाठी की हत्या की साजिश रची थी. ऐसा कहना है उन्नाव पुलिस का.
पुलिस ने जिन तीन शूटर्स को गिरफ्तार किया है उनमें से एक शूटर ने पुलिस के सामने कबूल किया है कि भाजपा नेता दिव्या अवस्थी के कहने पर ही उन्होंने पत्रकार की हत्या की है. शूटर ने बताया कि पत्रकार द्वारा अवैध कब्जे की जमीन के बारे में एक खबर लिखने के बाद से ही दिव्या पत्रकार से बदला लेना चाहती थी. पत्रकार की हत्या के लिए दिव्या ने ही उन्हें चार लाख रुपए की सुपारी दी.
फिलहाल भाजपा नेत्री दिव्या अवस्थी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, पुलिस ने लेडी डॉन के ऊपर दस हजार रुपए का इनाम घोषित कर दिया है. गजब की बात ये है कि लेडी डॉन "राष्ट्रीय ब्राह्मण एकता संगठन" की प्रदेश अध्यक्ष भी हैं और जब हितों का टकराव हुआ तो ब्राह्मण जाति के ही पत्रकार की हत्या कर दी. दिव्या जैसे नेता जो पूरे दिन मुसलमानों को सबक सिखाने की बात करते हैं अंत में अपनों के ही भक्षक बन जाते हैं।
योगी सरकार में गुंडे खुलेआम किसी भी पत्रकार की हत्या कर सकते हैं. लास्ट में पुलिस केवल छानबीन करती ही रह जाती है, कैमरे खंगालती रह जाती है, लेकिन उस नौजवान का जीवन कोई लौटा देगा क्या? उसकी माँ को उसका बेटा लौटा देगा क्या? क्या उसकी पत्नी के लिए कोई उसका पति लौटा देगा? प्रदेश में गुंडाराज चरम पर है.
जिस दिन शुभम की हत्या हुई उसी दिन की एक वीडियो में शुभम का एक भाई कह रहा है कि पुलिस की शह में ही उसके भाई की हत्या हुई है। एक साल पहले भी लेडी डॉन ने उसके भाई पर गोली चलाकर हमला किया था. जिसका मुकदमा अभी तक चल ही रह है। वे लगातार अपने भाई शुभम की सुरक्षा की मांग कर रहे थे लेकिन आज दिनदहाड़े उसके भाई की हत्या कर दी गई."
क्या कोई शुभम की जान लौटा सकता है? 25 साल का नौजवान लड़का था शुभम...
रिपोर्ट : श्याम मीरा सिंह
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