— छात्रों के लिए दस सप्ताह का स्किल्सबिल्ड इनोवेशन शिविर लगाने की
घोषणा की, जो बढ़ी हुई रोजगार क्षमता के लिए परियोजना अनुभव तथा संवर्धित
लर्निंग हस्तांतरित करेगा

रोजगार
चाहने वालों तथा उद्यमियों को फ्री आॅनलाइन कोर्सवर्क प्रदान करने तथा
सहयोग करने के लिए आज 'स्किल्सबिल्ड रीइग्नाइट' का अनावरण कर रही है, जो
उनके कैरियर और कारोबार को नए सिरे से सजाने में मदद के लिए तैयार किया गया
है।
इंडिया
स्किल रिपोर्ट (2019) के मुताबिक, शिक्षण संस्थानों से ग्रैजुएट करने वाले
सिर्फ 45.6 फीसदी युवा रोजगार योग्य होते हैं। इस वजह से देश में कुशल
श्रमशक्ति की भारी कमी है। रोजगार चाहने वाले, व्यापार मालिक, उद्यमी तथा
प्रशिक्षण का इच्छुक कोई भी व्यक्ति खुद को नई दक्षता और अधिक दक्षता में
सक्षम बनाने के लिए अब आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, क्लाउड, डाटा एनालिटिक्स
तथा सुरक्षा सहित उद्योग संबंधी कंटेंट को बिना किसी शुल्क के हासिल कर
सकता है।
नवंबर 2019 में आईबीएम इंडिया ने भारत सरकार के
दक्षता विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी) और
इसके कार्यान्वयन सहयोगियों के साथ भागीदारी करते हुए भारतीय छात्रों के
लिए स्किल्सबिल्ड आॅनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया है। इस
प्लेटफॉर्म पर डिजिटल क्लासरूम को भारत के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों, आईटीआई तथा तकनीकी शिक्षण प्रणाली पर उपलब्ध कराया गया है।
वर्तमान
में इस प्लेटफॉर्म ने 14,135 ऐसे लोगों को लाभ पहुंचाया है जिन्होंने
40,000 कोर्स और 77,000 घंटे का ई—लर्निंग पूरा किया है। स्किल्सबिल्ड को
नेशनल स्किल्स नेटवर्क ने भारत के शीर्ष 10 आॅनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म में
से एक का दर्जा दिया है।
आज शुरुआत करते हुए स्किल्सबिल्ड
रीइग्नाइट अपने छोटे कारोबार को स्थापित या पुन: शुरू करने में सलाह चाहने
के इच्छुक उद्यमियों के लिए ज्यादा कोर्सवर्क और व्यक्तिगत कोचिंग को शामिल
करेगा क्योंकि वे कोविड 19 महामारी से रिकवर करने पर फोकस कर रहे हैं। इन
कोर्सों में वित्तीय प्रबंधन, व्यापार रणनीति, डिजिटल रणनीति, कानूनी सहयोग
और अन्य चीजें शामिल हैं।
अन्य के अलावा एजुनेट और उन्नति
फाउंडेशन जैसे एनजीओ के साथ काम करते हुए नए आईबीएम पार्टनर स्थानीय
जरूरतों को पूरा करने के लिए अहम भूमिका निभाएंगे। मसलन, अपने कारोबार को
फिर से लॉन्च करने के लिए विस्तृत योजना बनाने की चाहत रखने वाले उद्यमी
बाजार शोध को परिशोधित करने, आर्थिक विकास सहयोग देने का ज्ञान अर्जित करने
या डिजिटल मार्केटिंग में सुधार लाने के लिए संरक्षकों के साथ काम कर सकते
हैं।
इस पहल के जरिये देश में दक्षता अंतर मिटाने के अपने
सामूहिक प्रयासों के लिए डीजीटी तथा आईबीएम इंडिया को बधाई देते हुए
केंद्रीय दक्षता विकास एवं उद्यमिता मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा,
'आज हमने आईबीएम इंडिया के सहयोग से स्किल्सबिल्ड रीइग्नाइट और इनोवेशन
कैंप लॉन्च करने के साथ ही कोविड के प्रतिकूल प्रभावों से भारतीय
अर्थव्यवस्था को उबारने में तेजी लाने के केंद्र के प्रयासों का समर्थन
देने में एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल कर ली है। हमारे प्रधानमंत्री श्री
नरेंद्र मोदी के स्किल इंडिया मिशन और न्यू डिजिटल इंडिया की मुहिम का साथ
देने के लिए यह मंत्रालय दक्षता परिवेश को मजबूत करने तथा नए जमाने की
दक्षता की मांग में तेजी लाने का लाभ उठाने के लिए अथक परिश्रम कर रहा है
जिसके तहत डिजिटल लर्निंग प्लेटफॉर्म के जरिये औद्योगिक परस्पर सहयोग का
विस्तार तथा प्रशिक्षण के मार्ग प्रशस्त किए जा रहे हैं।
क्लाउड
कंप्यूटिंग तथा आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) के क्षेत्र में बहुआयामी
डिजिटल दक्षता प्रशिक्षण प्रदान करने में आईबीएम की विशेषज्ञता रोजगार
चाहने वालों, उद्यमियों तथा छोटे कारोबारियों को सहयोग करते हुए स्थानीय
श्रमशक्ति, समाज तथा अर्थव्यवस्था की रिकवरी के हमारे प्रयासों को मजबूत
करेगी।'
आईबीएम इंडिया/साउथ एशिया के महाप्रबंधक संदीप पटेल
ने कहा, 'दक्षता अंतर मिटाने के लिए प्राथमिकताओं में बदलाव और नई
टेक्नोलॉजी पर फोकस और दक्षता जरूरत में बदलाव लाना वक्त की मांग है। यह
महत्वपूर्ण है कि हम औद्योगिक जरूरतों और टेक्नोलॉजी बदलावों के लिए
श्रमशक्ति को अनुकूल बनाएं। स्किल्सबिल्ड रीइग्नाइट प्लेटफॉर्म रोजगार
चाहने वालों को श्रमबल में फिर से योगदान करने के लिए डिजिटल, प्रोफेशनल
दक्षता और संबंधित प्रशिक्षण से लैस करने में मदद करता है। यह प्लेटफॉर्म न
सिर्फ कैरियर की नई खोज के अवसर प्रदान करता है बल्कि व्यापारिक रणनीतियां
फिर से शुरू करने के लिए काम करने के अभिनव तरीकों और व्यक्तिगत सहयोग भी
देता है।'
आईबीएम ने आज स्किल्सबिल्ड इनोवेशन कैंप की भी
घोषणा की। दस सप्ताह का यह शिविर उन प्रशिक्षुओं के लिए खुला है जो
प्रशिक्षण निपुणता बढ़ाने के लिए हस्तांतरित परियोजना का अनुभव पाने में
दिलचस्पी रखते हैं और जो अपनी रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए अपने नेटवर्क को
मजबूत करना चाहते हैं। शिविर में हिस्सा लेने वालों को वास्तविक दुनिया की
चुनौतियों और इस तरीके से नई दक्षताएं सीखने को लेकर विविध टीम का हिस्सा
बनने के तौर पर काम करने का अवसर मिलेगा। विशेषज्ञ की सुविधा देने वालों के
सहयोग से छात्रों को डिजाइन विचारक प्रक्रिया और अपनी समस्या के बयान
तैयार करने के लिए शिक्षण रणनीति पद्धति, रचनात्मकता पर चिंतन करने, जटिल
समस्याओं को हल करने तथा प्रेरणादायी कहानियां बयां के जरिये मार्गदर्शन
किया जाएगा। शिविर अंशधारकों तथा संभावित कर्मचारियों या निवेशकों के
संबोधन से संपन्न हुआ।
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