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Monday, 6 July 2020

कारगिल शहीद सीताराम की जीवनी को राज्य के स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाये : कुम्हार महासभा


सीकर/6जुलाई:- कुम्हार महासभा सीकर के जिलाध्यक्ष पवन होदकासिया के नेत्रत्व मे सोमवार को कारगिल शहीद सीताराम की जीवनी को राज्य के स्कूली पाठ्यक्रम मे शामिल करने एवं शहीद की बेटी प्रियंका को अनुकम्पा नौकरी देने की माँग को लेकर शिक्षामंत्री गोविंद सिंह के नाम सीकर कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया।प्रदेश अध्यक्ष  किशोर दुल्हेपुरा ने बताया की देश की सरहदों पर रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले अमर शहीदों के पराक्रम की गाथाएँ राजस्थान के स्कूली पढ़ाने के लिए राज्य सरकार व शिक्षा विभाग की पाठ्यक्रम समीक्षा समिति ने 1948 से 2019 के बीच विभिन्न युद्ध एवं आतंकी हमलों में शहीद हुए लगभग 25 शहीदों के नामो को 9वी० कक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल किया है।

इस प्राथमिक लिस्ट में सीकर जिले के पलसाना के कारगिल युद्ध में शामिल हुए शहीद सीताराम का नाम नही है।पलसाना के सामान्य कुम्हार परिवार में पिता बिडदीचन्द के घर 12जून 1974 को जन्मे सीताराम का 27 अप्रैल 1993 की स्पोर्ट्स कोटे से आर्मी में चयन हुआ था।शहीद सीताराम बहुत बहादुर सैनिक थे।शहीद सीताराम कारगिल युद्ध में देश की सरहद की रक्षा करते शहीद हुए उस वक्त हो गए,जब 13 जून 1999 को जम्मू कश्मीर के द्रास सेक्टर में दर्जन भर दुश्मनो को धूल चटाते हुए लगातार एक के बाद एक तीन सेना की चौकियो को दुश्मनो से के कब्जे से मुक्त करवाते हुए अपनी कार्यवाही जारी रखते हुए अपने सैनिक दस्ते के साथ आगे बढ़ने के लिए नेतृत्व करते हुए मोर्चा बंदी कर रहे थे उस दौरान अचानक दुश्मन की और से फायर की गोली लगने से मात्र 26 वर्ष की अल्पायु में वीर योद्धा सीताराम शहीद हो गए।इस शौर्य पराक्रम के की गाथा ने पुरे राजस्थान के लाखो युवाओ के दिल में जगह बना ली।शहीद के नाम से उनके गांव पलसाना में उनके नाम से राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का भी नाम एवं स्मारक है।शहीद सीताराम स्कूली समय में बास्केटबॉल के राष्ट्रीय स्तर के खिलाडी भी रहे है।दूसरी उनकी बेटी प्रियंका ने सरकार से शहीद कोटे से अनुकंपा की मांग सरकार से की थी जो अभी तक नही मिली है।कुम्हार महासभा शिक्षा मंत्री से माँग करती है की कारगिल शहीद सीताराम की जीवनी को राज्य के स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए ताकि स्कूली विद्यार्थियों को उनके जीवन से प्रेरणा मिल सके एवं शहीद की पुत्री प्रियंका को जल्द से जल्द अनुकंपा नियुक्ति दी जाएं जिससे परिवार को उचित सम्मान मिल सके।इस मौके पर सीकर जिलाध्यक्ष पवन होदकासिया,युवा जिलाध्यक्ष अंकित गोयल,कैलाश होदकासिया,लालचंद पिपराली,अनील जोशिया की ढाणी,ऐडवोकेट मुकेश,महावीर सारडीवाल सहित कई उपस्थित रहे।

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