CYSS ने यूजीसी की प्रस्तावित ऑनलाइन/ऑफ़लाइन परीक्षा के विरोध में की राष्ट्रव्यापी भूँख हड़ताल।
ऑनलाइन/ऑफ़लाइन परीक्षा को लेकर UGC और छात्र, शिक्षकों के मध्य विवाद गहराता जा रहा है। इसी कड़ी में आज छात्र संगठन CYSS ने ऑनलाइन/ऑफ़लाइन परीक्षा के विरोध में राष्ट्रव्यापी भूँख हड़ताल का आयोजन किया। जिसमें देश भर के 15 राज्यों से अधिक छात्र संगठनों ने भाग लेकर भूँख हड़ताल के द्वारा ऑनलाइन परीक्षा का विरोध किया।
पंजाब विश्वविद्यालय में अनशन कर रहे CYSS के स्टेट महासचिव छात्र परमिंदर ने कहा कि देश आज कोरोना महामारी से गुजर रहा है, अधिकांश छात्रों के पास ऑनलाइन/ऑफ़लाइन परीक्षा के लिए बुनियादी आवश्यकताएं जैसे लैप टॉप, कंप्यूटर/ इंटरनेट आदि नहीं है, आज कुलपति से लेकर शिक्षामंत्री कोई भी छात्रों की समस्याओं को सुनने के लिए तैयार नहीं है, जिस कारण छात्र मानसिक पीड़ा से गुजर रहे हैं।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अनशनरत छात्रों की समस्याओं को अवगत कराते हुए CYSS के स्टेट महासचिव अंकित परिहार ने कहा कि कोरोना महामारी में यूजीसी की गाइडलाइंस सिर्फ एक तुग़लकी फरमान है। दिल्ली राज्य की तर्ज़ पर प्रधानमंत्री जी से अपील है कि देश के सभी विश्वविद्यालयों में प्रस्तावित ऑनलाइन/ऑफ़लाइन परीक्षा को रद्द कर सभी छात्रों को प्रमोट करने का निर्देश जारी करे।
CYSS की मीडिया प्रभारी शिवानी सिंह ने कहा कि ऑनलाइन परीक्षा सामाजिक न्याय के विरुद्ध है, इक्विल लेवल प्लेइंग फील्ड की भावना के विपरीत है। जम्मू कश्मीर देश का ऐसा राज्य है जहाँ आज भी 2G स्पीड के साथ इंटरनेट व्यवस्था जारी है और ऑनलाईन परीक्षा के लिए छात्रों को कम से कम 4G स्पीड चाहिए।शिवानी ने कहा कि असम,बिहार जैसे देश के कई क्षेत्र बाढ़ग्रस्त हैं जहां छात्र बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। छात्र पहले से ही कई तरह की परेशानियों का सामना कर रहे हैं और ऊपर से परीक्षा के बोझ को लेकर काफी तनाव में हैं।
CYSS संगठन के नेशनल कॉर्डिनेटर अनुरागेन्द्र निगम ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार छात्रों की मांगों को स्वीकार कर, यूजीसी द्वारा प्रस्तावित ऑनलाइन/ऑफ़लाइन परीक्षा को रद्द नहीं करती, CYSS अपने विरोध प्रदर्शन को इसी तरह जारी रखकर, इसे देश के कोने-कोने में लेकर जाएगा। देखना होगा क्या सरकार छात्रों की इन मांगों पर विचार कर ऑनलाइन परीक्षा रद्द करेगी, यह तो आने वाले वक्त में पता चलेगा लेकिन देश भर के छात्र अभी विभिन्न विरोध प्रदर्शनों के माध्यम से लगातार विरोध प्रदर्शन दर्ज कराने में लगे हुए है।
रिपोर्ट : रीतेष कुमार
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