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Monday, 10 August 2020

जायज़ व न्याय के लिए तो अपने परिजनों से भी दो -दो हाथ करना पड़े तो किया जाता रहा है -पण्डित श्री उमेश द्विवेदी एमएलसी लखनऊ

वैसे तो मेरा यह क़दम काफ़ी जोखिम भरा हो सकता है आप सभी समझदार हैं लेकिन हम शिक्षकों की दशा पर बहुत लम्बे समय तक ख़ामोश नही रह सकते या कहें हमसे ख़ामोश रहा ही नही जाएगा फिर जायज़ व न्याय के लिए तो अपने परिजनों से भी दो -दो हाथ करना पड़े तो किया जाता रहा है तो सरकार न सिर्फ़ एक पार्टी विशेष कि है बल्कि जनता द्वारा जनता के लिए चुनी हुई सरकार है ।उक्त बातें शिक्षक नेता वित्तविहीन महासभा प्रदेश अध्यक्ष उमेश द्विवेदी( लखनऊ ) ने कही क्योकि आपको बता दे कोविड-19 के प्रकोप में शिक्षकों के जीवन यापन के लिए सरकार द्वारा वास्तव में उदारता पूर्वक विचार करने की आवश्यकता है ।जिसके लिए ध्यानाकर्षण की परम आवश्यकता है ।ऐसे मेंं प्रदेेेस के वित्त विहीन शिक्षकों में 
काफी रोष है ।
आप सभी जागरूक एवं पीड़ित-शोषित शिक्षक,प्रधानाचार्य,प्रबंधक बंधुओ से आग्रह है कि उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने एवं सरकार तक अपनी बात व ताक़त पहुँचाने के लिए हरसम्भव प्रयास करने का प्रयास करने का कष्ट करें । मुझे शिक्षकों के हित में किसी भी प्रकार की क़ुर्बानी करनी पड़ेगी तो पीछे  नहीं हटूँगा ।
रिपोर्ट-अंजनी त्रिपाठी

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