Rajesh Yadav
संलग्न चित्र में सुदीक्षा हैं/थीं। इनके अशिक्षित पिता सचमुच में चाय बेचते थे। सुदीक्षा बचपन से ही पढ़ाई लिखाई में अव्वल थीं। कड़ी मेहनत के प्रतिफल में उन्हें करोड़ों रुपए की स्कॉलरशिप मिली जिससे वो कैलिफोर्निया में पढ़ रही थीं ।
सुदीक्षा कोरोना महामारी के कारण आजकल अपने घर आई हुई थीं। कल अपनी एक्टिवा स्कूटर से कहीं जाते वक्त कुछ मनचलों ने उससे छेड़छाड़ करना शुरू कर दिया। बचने के लिए सुदीक्षा ने एक्टिवा भगाने की कोशिश की तो मनचलों ने उसकी एक्टिवा में टक्कर मार दी। नतीजा सड़क पर गिर कर उसकी मौत हो गयी। घटना रामराज्य ,उत्तर प्रदेश के नोयडा की है जहाँ कथित ठोंको नीति के कारण सारे अपराधी ठेले पर केले बेचने लगे हैं और पूरे देश में क्राइम रेट में प्रदेश नम्बर वन है और इसके बावजूद मीडिया के सर्वे में यहां के मुख्यमंत्री बहुत लोकप्रिय हैं।
नोट: बुलंदशहर पुलिस ने छेड़छाड़ होने की शिकायत को ग़लत बताया है और कहा है कि यह महज़ एक एक्सीडेंट था । जबकि सुदीक्षा के साथ एक्टिवा पर सवार उसके चाचा ने कहा कि बुलेट पर सवार शोहदे स्टंट करते साथ साथ चल रहे थे और उन्होंने गाड़ी लड़ा दी थी ।
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