प्रदेश में बीते चौबीस घंटे में कोरोना के 6,692 नए मामले सामने आए हैं। राज्य में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या अब बढ़कर 59,963 हो गई है। अब तक 1,95,959 लोग इलाज के बाद पूरी तरह ठीक होने के बाद घर भेजे जा चुके हैं। राज्य में संक्रमण के बाद कुल 3,843 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें बीते चौबीस घंटे में 81 लोगों की मौत हुई है।
शुक्रवार को 1.48 लाख कोरोना नमूनों की हुई जांच
प्रदेश
के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने शनिवार को
बताया कि राज्य की विभिन्न प्रयोगशालाओं में शुक्रवार को कुल 1,48,274
कोरोना नमूनों की जांच की गई। इसके साथ ही प्रदेश अब कुल जांच का आंकड़ा
63,45,223 हो गया है।
30,848 लोग होम आइसोलेशन में करा रहे इलाज
उन्होंने
बताया कि प्रदेश में वर्तमान में कुल सक्रिय मरीजों में से 30,848 लोग होम
आइसोलेशन यानि घर पर रहकर इलाज की सुविधा का लाभ ले रहे हैं। इसके अलावा
लोग निजी अस्पतालों में 2,694, होटल में एल-1 प्लस की सेमिपेड फैसिलिटी में
250 लोग रह रहे हैं। शेष राज्य सरकार की एल-1, एल-2 व एल-3 की व्यवस्था के
तहत सरकारी अस्पतालों में भर्ती हैं।
10.74 करोड़ लोगों के बीच पहुंची स्वास्थ्य टीमें
स्वास्थ्य
विभाग की टीमें लगातार विभिन्न क्षेत्रों में लोगों के बीच पहुंचकर
सर्वेक्षण कर रही हैं। अभी तक 88,916 इलाकों में 3,18,756 टीमों ने
2,14,70,098 करोड़ घरों का सर्वेक्षण किया है। इसके तहत 10,74,22,276 लोगों
की मेडिकल स्क्रीनिंग की गई है।
मृत्यु दर घटकर 1.47 और रिकवरी दर हुई 75.43 प्रतिशत
उन्होंने
बताया कि कोरोना को लेकर केस फैटेलिटी रेट (सीएफआर) यानी मामलों में
मृत्यु दर की बात करें तो अब यह घटकर 1.47 प्रतिशत हो गई है। वहीं मरीजों
के तेजी से ठीक होने के फलस्वरूप रिकवरी का प्रतिशत भी बढ़ रहा है और अब यह
लगभग 75.43 प्रतिशत हो गया है।
प्रदेश में 62,793 कोविड हेल्प डेस्क स्थापित
प्रदेश
में कुल 62,793 'कोविड हेल्प डेस्क' की स्थापना की जा चुकी है। इनके जरिए
7,18,165 लक्षणात्मक लोगों की पहचान की गई। इनमें ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर
उपलब्ध हैं। इन सभी इकाइयों में सेनिटाइजर की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित
की गई है।
6,855 बच्चों ने एक दिन में सरकारी अस्पतालों में लिया जन्म
अपर
मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने बताया कि राज्य में कोविड के साथ
नॉन कोविड केयर पर भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है। सरकारी अस्पतालों में
प्रसव की सुविधाएं पहले की तरह मुहैया करायी जा रही हैं। 03 सितम्बर को
प्रदेश में 6,855 शिशुओं ने सरकारी अस्पतालों में जन्म लिया। इनमें 6,633
नॉर्मल डिलीवरी और 222 सिजेरियन प्रसव हुए।
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