1234 प्रयोगशालाओं में रैपिड एंटीजन परीक्षण के उपयोग से प्रति मिलियन (टीपीएम) जनसंख्या पर हुए 9231 से ज्यादा परीक्षण
पिछले 24 घंटों में 3.26 लाख नमूनों के हुए परीक्षण
“परीक्षण, पता लगाना, उपचार” की रणनीतिक के तहत केन्द्र सरकार राज्य/ संघ शासित क्षेत्रों में परीक्षण में लगातार बढ़ोतरी कर रही है। परिणामस्वरूप, देशभर में लगातार परीक्षण प्रयोगशालाओं में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। परीक्षण में आईसीएमआर के दिशानिर्देशों के साथ ही बढ़ोतरी की जा रही है और इससे मामलों के जल्दी पता लगाने में सहायता मिली है।
परीक्षण में आरटी-पीसीआर शामिल होता है, जो कोविड-19 परीक्षण का स्वर्ण मानक है। इसे रैपिड एंटीजन प्वाइंट ऑफ केयर (पीओसी) परीक्षण के साथ बढ़ाया किया गया है, जो आधे घंटे के भीतर ही परिणाम देता है। इसके परिणामस्वरूप संक्रमण प्रभावित क्षेत्रों और बफर जोन्स में परीक्षण तेज हुए हैं। इससे संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने में खासी सहायता मिली है।
सभी पंजीकृत चिकित्सा विशेषज्ञ परीक्षण के लिए सुझाव दे सकते हैं। इसके साथ ही राज्यों/ संघ शासित क्षेत्रों ने आरटी-पीसीआर, ट्रूनैट और सीबीएनएएटी लैब नेटवर्क के माध्यम से व्यापक परीक्षण की सुविधा के द्वारा नमूनों का परीक्षण बढ़ाकर खासा योगदान किया है।
पिछले 24 घंटों में 3,26,826 नमूनों का परीक्षण किया गया। इस प्रकार भारत में कुल 1,27,39,490 नमूनों के परीक्षणों के साथ प्रति मिलियन आबादी पर 9,231.5 परीक्षण हो चुके हैं।
देश में परीक्षण प्रयोगशाला नेटवर्क और मजबूत हो गया है। अब भारत में 1,234 प्रयोगशालाएं इस बीमारी का परीक्षण कर रही हैं; इनमें से 874 सरकारी क्षेत्र की और 360 निजी प्रयोगशालाएं हैं।
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