राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर द्वारा विकास दूबे मामले में भेजी गई शिकायत पर उतर प्रदेश के डीजीपी को नोटिस जारी की है। आयोग ने डीजीपी को छह सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा है।
नूतन ने बताया कि इस प्रकरण में सीबाईं को प्रेषित अपनी शिकायत में उन्होंने कानपुर निवासी विकास दुबे के मामा प्रेम प्रकाश पाण्डेय तथा अतुल दूबे, उसके सहयोगी प्रभात मिश्रा तथा प्रवीण दूबे एवं विकास को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में मारे जाने, विकास का घर बिना आदेश के गिराए जाने तथा उसकी पत्नी व बच्चे से किए गए बर्ताव की जांच की मांग की है।
कहा कि उन्हें विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि 07 जुलाई 2020 को एसटीएफ द्वारा कानपुर से लखनऊ एसटीएफ मुख्यालय लाये गए विकास दूबे के ख़ास जय वाजपेयी के साथ या तो कोई अनहोनी की जा चुकी है या होने वाली है।
ऐसे में यह पूरी तरह गैरकानूनी तो होगा ही, साथ ही पारदर्शिता के दृष्टिगत भी बहुत घातक व खतरनाक होगा। शिकायत में कहा गया है कि अब एक जय ही बचा है जो विकास दूबे के सारे राज जानता है और इस मामले में पुलिस एवं प्रशासनिक अफसरों एवं नेताओं की पोल खोल सकता है।
ऐसे में जय के साथ कोई अनहोनी होने से सारा राज समाप्त हो जाएगा। बकौल नूतन वह सच जानने के लिए बुधवार को एसटीएफ मुख्यालय जाएंगी।
No comments:
Post a Comment